संदेश

पद्मनाभस्वामी मंदिर और उसके खज़ाने से जुड़े मज़ेदार तथ्य लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पद्मनाभस्वामी मंदिर और उसके खज़ाने से जुड़े मज़ेदार तथ्य

चित्र
पद्मनाभस्वामी मंदिर और उसके खज़ाने से जुड़े मज़ेदार तथ्य पद्मनाभस्वामी मंदिर का इतिहास 1. पद्मनाभस्वामी मंदिर पहली बार कब बनाया गया, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नही मिलती है। हांलाकि इस स्थान का महाभारत समेत कई पुराणों में वर्णन है। मंदिर का पहला जिक्र 9वीं सदी के ग्रंथों में मिलता है। 2. मंदिर की संरचना में लगातार सुधार होते रहें है, वर्तमान पद्मनाभस्वामी मंदिर को 1733 ईसवी में उस समय के राजा मार्तण्ड वर्मा ने बनवाया था। 3. राजा मार्तण्ड वर्मा ने अपनी सारी संपत्ति मंदिर को दान कर दी थी और अपने आपको ‘ईश्वर का प्रतिनिधि‘ घोषित करके शाशन किया। आज भी मंदिर की देखभाल का जिम्मा राजा मार्तण्ड के शाही घराने की देख-रेख में एक प्राइवेट ट्रस्ट करता है। मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां 4. मंदिर के अंदर भगवान विष्णु की विशाल प्रतिमा है जिसमें भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन मुद्रा में विराजमान हैं। इस मूर्ति के दर्शन के लिए लाखों भक्त दूर-दूर से यहां आते हैं। 5. यहां पर भगवान विष्णु की विश्राम अवस्था को ‘पद्मनाभ‘ कहा जाता है, जिस पर इस मंदिर का नाम पड़ा। 6. मंदिर तिरूवनंतपुरम के रेलवे स्टेशन स...